जॉर्जटाउन , 26 मई
गुयाना की राजधानी जॉर्जटाउन में एक अहम कूटनीतिक मुलाकात के दौरान भारत और गुयाना के संबंधों को और मजबूत करने का संदेश देखने को मिला। कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने गुयाना का दौरा किया। इस दौरान गुयाना के उपराष्ट्रपति भरत जगदेव और प्रधानमंत्री मार्क फिलिप्स ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को 'न्यायसंगत और आवश्यक' करार देते हुए अटूट समर्थन की घोषणा की।
रविवार सुबह जॉर्जटाउन पहुंचे भारतीय प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस मुलाकात में केवल द्विपक्षीय संबंधों पर ही नहीं, बल्कि वैश्विक सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी रणनीति और बहुपक्षीय सहयोग जैसे गंभीर मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
गुयाना के उपराष्ट्रपति भरत जगदेव ने कहा, “भारत ने आतंकवाद के खिलाफ जो लंबी लड़ाई लड़ी है, वह पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा है। गुयाना, भारत के इस संघर्ष में उसके साथ खड़ा है और रहेगा।”
प्रधानमंत्री मार्क फिलिप्स ने भी भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि भारत और गुयाना साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और ऐतिहासिक संबंधों से जुड़े हुए हैं, जिन्हें और भी गहरा करने की जरूरत है।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल के नेता शशि थरूर ने गुयाना सरकार की गर्मजोशी और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत को ऐसे अंतरराष्ट्रीय मित्रों की जरूरत है जो आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति को समझें और उसका साथ दें। “गुयाना का यह अटूट समर्थन सिर्फ राजनयिक नहीं, बल्कि नैतिक स्तर पर भी बहुत महत्वपूर्ण है,” थरूर ने कहा।
इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद शामिल हैं, जिससे यह संदेश भी गया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति केवल किसी एक पार्टी की नहीं, बल्कि पूरे देश की सामूहिक सोच है।
गुयाना की यह स्पष्ट और मजबूत घोषणा अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति को और सुदृढ़ करती है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इस तरह के वैश्विक समर्थन से भारत को न केवल कूटनीतिक बल मिलता है, बल्कि यह विश्व समुदाय में उसकी भूमिका को भी मजबूत करता है।
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